कैसे दे अपने बच्चों को वैदिक शिक्षा ?

यो तो शिक्षा के नाम पर आज जगह जगह देशी विदेशी  स्कूलों की बाढ़ आ गयी है, शिक्षा की गुणवत्ता का दावा करने वाले ये संस्थान जिस तरह की शिक्षा दे रहे है उस शिक्षा का परिणाम चारों और भ्रष्टाचार, मूल्यहीनता, अश्लीलता, अकेलापन और संदेह भरा दिशा विहीन जीवन के रूप में ही सामने आ रहा है । 
ऐसे में एक स्वाभाविक सा प्रश्न उठता है की क्या यह वही शिक्षा है जो प्राचीन भारत के बच्चों को मिला करती थी जब हमारा देश विश्वगुरु था? 

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